बृषभ राशि 2021
ई, उ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो |
वर्ष के आरंभ से ही आपकी राशि में राहु गोचर पर रहे हैं और केतु की भी उनपर पूर्णदृष्टि है जिसके प्रभावस्वरूप आप में आलस्य और अधिक
सोने की स्थिति उत्पन्न हो सकती है | यह भी हो सकता है कि आज का कार्य कल करने की प्रवृत्ति आ जाए किंतु इन चीजों को अपने ऊपर
हावी न होने दें | 14 मई से 14 जून के मध्य सूर्य और राहु आपकी राशि पर एक साथ युति करेंगे | इस समय आपको अपनी जिद एवं आवेश
पर नियंत्रण रखते हुए कार्य करना पड़ेगा | भाग्यभाव में गुरु और शनि का शुभ प्रभाव भाग्योउन्नति कराएगा | विदेशी कंपनियों में सर्विस के लिए
आवेदन करना अथवा विदेशी नागरिकता के लिए आवेदन करने की दृष्टि से यह वर्ष अतिउत्तम रहेगा | जो लोग इस राशि या लग्न में पैदा हुए
हैं उनके लिए पूर्णभाग्योदय का वर्ष है | धार्मिक एवं मांगलिक कार्यों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे | सामाजिक पद प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी | चुनाव
संबंधी कोई निर्णय लेना चाह रहे हों तो यह वर्ष अप्रत्याशित परिणाम दिलाने वाला सिद्ध हो सकता है | शादी विवाह संबंधित वार्ता सफल रहेगी |
विद्यार्थियों को शिक्षा प्रतियोगिता में अच्छी सफलता हासिल होगी | केतु का वर्षपर्यंत अष्टम भाव में गोचर करते रहना स्वास्थ्य पर कुछ विपरीत
प्रभाव डालेगा | हो सकता है ऑपरेशन तक के हालात पैदा हों | कार्यक्षेत्र में भी षड्यंत्र का शिकार होने से बचें | झगड़े विवाद से दूर ही रहें और
कोर्ट कचहरी के मामले भी सहजता से मिटाएं |
शुभ अंक– 6, शुभ तारीखें 6, 15, 24 |
शुभ दिन– शुक्रवार, शनिवार, बुधवार |
शुभ रंग– हरा, फिरोजी, नीला, काला, सफेद |
शुभ रत्न– हीरा, फिरोजा ओपल |
जब आप मुस्कुरा उठेंगे-
मार्च-अप्रैल के मध्य राशिस्वामी शुक्र अपनी उच्चराशि मीन में गोचर करेंगे जिनके शुभ प्रभावस्वरूप आपको विलासितापूर्ण वस्तुओं का सुख
मिलेगा | मकान-वाहन खरीदने का संकल्प भी पूर्ण हो सकता है | इस अवधि में हर तरफ से मिल रहे सुखद समाचारों के फलस्वरूप आप
मुस्कुराने पर विवश हो जाएंगे |